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Top 5 Vegetable Farming : फरवरी-मार्च के महीने में करे इन टॉप 5 सब्जियों की खेती, और अधिक लाभ कमाई करें

फरवरी और मार्च में कौन सी फसल उगाएं (Which crop to grow in February and March)

खेती करने के लिए फरवरी और मार्च का महीना सबसे अच्छा समय माना जाता है, कई बार आपलोग सोचते होंगे कि कोन- सी खेती की जाए जिससे अधिक लाभ मिल सके, किसानों को फरवरी और मार्च के महीने में बुवाई करनी चाहिए ताकि मंडी बाज़ार में उनकी इच्छा अनुसार अच्छा मूल्य मिल सके

फरवरी महीने में अधिक लाभ देने वाली फसलें(Profitable crops in the month of February)

1.) मिर्च (Chilly)

देश मे किसान मिर्ची की खेती और मिर्ची की फसल को वर्ष मे तीन बार कर सकता है | वैसे देश के किसान ज्यादातर खरीब की फसल को महत्व देते है। Mirch Ki Kheti खरीफ और रबी फसल के रूप में की जा सकती है. साथ ही इसे कभी भी लगाया जा सकता है. खरीफ फसल के लिए बुवाई के महीने मई से जून हैं जबकि रबी फसलों के लिए वे सितंबर से अक्टूबर हैं. और अगर आप उन्हें गर्मियों की फसल के रूप में लगाते हैं तो जनवरी और फरवरी अच्छे हैं.

मिर्च की किस्में (Chilly Varieties)

मिर्च की उन्नत किस्म काशी अनमोल, काशी विश्वनाथ, जवाहर मिर्च-283, जवाहर मिर्च -218, अर्का सुफल तथा संकर किस्म काशी अर्ली, काषी सुर्ख या काशी हरिता शामिल हैं जो ज्यादा उपज देती हैं।

2.) तोरई (Ridge Gourd) :

इस सब्जी की खेती भारत के लगभग सभी राज्यों में की जाती है. इसमें सबसे अधिक मात्रा मैं पानी होने के कारण यह स्वास्थ लाभों के लिए जानी जाती हैं, तुरई की खेती करने के लिए गर्म और जलवायु की आवश्यकता होती हैं इसे सभी तरह की मिट्टी में बोया जा सकता हैं तोरी की खेती (Torai Ki Kheti) करने के लिए फरवरी का महीना अच्छा माना जाता है और इसको मार्केट में काफी डिमांड हैं।

भारत में तोरई की किस्में (ridge gourd varieties in India)

काशी दिव्या, पूसा स्नेह, स्वर्ण प्रभा, कल्याणपुर हरि चिकनी, राजेंद्र तोरई 1, पंत चिकन तोरई 1 इसकी किस्मों में से हैं.

3.) लौकी (Bottle Gourd) :

लोकी में कई प्रकार के प्रोटींस और मिनरल वॉटर और विटामिन पाए जाते हैं, लोकी की खेती पहाड़ों मैदानी क्षेत्रों में की जाती है इसकी खेती करने के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु की आवश्यकता होती हैं। इसकी खेती करने के लिए बीजो को 24 के लिए भिगोना पड़ता है यह बीजों के अंकुरण की प्रक्रिया को गतिशील बनाता है. इस प्रक्रिया के बाद बीज खेत में बोने के लिए तैयार हो जाते हैं.

लौकी की उन्नत किस्में (Bottle Gourd Varieities)

लौकी की किस्मों में पूसा शांति, पूसा संदेश (गोल फल), पूसा समृद्धि और पूसा हाइब्रिड 3, नरेंद्र रश्मी, नरेंद्र शिशिर, नरेंद्र धारीदार, काशी गंगा और काशी बहार शामिल हैं.

4.) करेला (Bitter Gourd) :

करेले की खेती हर प्रकार की मिट्टी में कर सकते हैं, इसकी खेती पूरे देश में की जाती हैं,इससे खेती कर किसानो को अधिक लाभ मिल सकता हैं, बाज़ार में करेले की खाफी मांग है और यहां कई प्रकार की बीमारी के लिए फायदेमंद हैं इसकी खेती करने के लिए जल निकासी बैक्टीरिया वाली दोमट मिट्टी उत्पादन के लिए उपयुक्त मानी जाती है.

करेले की उन्नत किस्में (Varieties of Bitter Gourd)

किसान फरवरी माह में करेले की पूसा टू सीजनल, पूसा स्पेशल, कल्याणपुर, प्रिया सीओ-1, एसडीयू-1, कोयंबटूर लॉन्ग, कल्याणपुर सोना, बारहमासी करेला, पंजाब करेला-1, पंजाब-14, सोलन हारा, सोलन और बारहमासी भी शामिल हैं.

5.) भिंडी (Lady Finger) :

भारतीय देश में सबसे अधिक पसन्द की जानें वाली और सेहतमंद सब्जियों में से एक है, इसकी खेती देश के लगभग हर जगह की जा सकती है भिंडी की खेती (Bhindi Ki Kheti) के लिए तीन मुख्य रोपण मौसम फरवरी-अप्रैल, जून-जुलाई और अक्टूबर-नवंबर हैं. वर्तमान में भिंडी की कई अच्छी किस्में हैं जो किसानों को अच्छी उपज देती हैं

भिंडी की उन्नत किस्में (Improved varieties of Lady Finger)

फरवरी माह में उगाई जाने वाली भिंडी की उन्नत किस्मों में पूसा ए-4, परभनी क्रांति, पंजाब-7, अर्का अभय, अर्का अनामिका, वर्षा उपहार, हिसार उन्नत, वी.आर.ओ.- 6 शामिल हैं.

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English Summary : Top 5 Vegetable Farming

Published Date : 5 Fab 2022, 4:45PM

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मैं नवराज बरुआ, में मुख्य रूप से इंदौर मध्यप्रदेश का निवासी हुं। और में Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मंडी मार्केट (Kisanguide.com) मूल रूप से मार्केट में चल रही ट्रेंडिंग खबरों को ठीक से समझाने और पाठकों को मंडी ख़बर, खेती किसानी की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।
Navraj Barua
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