Carrot Farming

Carrot Farming: गाजर की खेती करते समय ध्यान रखने वाली बातें

Carrot Farming | गाजर की खेती कैसे करें |

नमस्ते किसान भाईयों आज के आर्टिकल में आपकों हम गाजर की खेती (Gajar Ki Kheti)  कैसे होती हैं इसके जुड़ी जानकारी देंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।

हमेशा एशियन किस्मों का चुनाव करके बुवाई करना चाहिए। 1 अगस्त से सितंबर में एशियाई और यूरोपियन किस्मों की बुवाई अक्टूबर से नवंबर तक करें।

जानिये गाजर की खेती कैसे की जाती है

  1. खेती के लिए 12 से 21 डिग्री का तापमान अच्छा रहता है।
  2. बुवाई के लिए प्रति हेक्टेयर 10 से 12 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।
  3. गाजर के लिए ऐसे खेत का चुनाव करें जिसमें जल निकास की अच्छी व्यवस्था हो व दोमट मिट्टी हो
  4. गाजर की बुवाई समय से करना चाहिए, जिससे जमाव व गाजर की गांठ बनने में समस्या नहीं आती है।
  5. अच्छी पैदावार व जड़ों की गुणवत्ता के लिए बिजाई हल्की डोलियों पर करनी चाहिए।
  6. ज्यादा सिंचाई नहीं करना चाहिए। इससे गाजर में रेशे बनने लग जाते हैं और गाजर सफेद रह जाती है।
  7. फसल की आवश्यकतानुसार सिंचाई करें, देर से पानी देने से गाजर फटने लग जाती है।
  8. गाजर की समय से खुदाई कर लेना चाहिए, अन्यथा गाजर की पौष्टिक गुणवत्ता कम हो जाती है।
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मैं नवराज बरुआ, में मुख्य रूप से इंदौर मध्यप्रदेश का निवासी हुं। और में Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मंडी मार्केट (Kisanguide.com) मूल रूप से मार्केट में चल रही ट्रेंडिंग खबरों को ठीक से समझाने और पाठकों को मंडी ख़बर, खेती किसानी की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।
Navraj Barua
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